हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खु
"हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खुदा से कुछ अपने लिये मांग आये है
आपसे कितना इश्क है हमे
यह उन्हे बता आये है
आपसे इश्क करने की इजाजत
खुदा से मांग आये है
चोरी करना चाहा न था
पर चोरी कर आये है
हम खुदा के हाथ से
आपको चुरा आये है"
हसरतों को चाँद की खूँटी पे टांग आये हैं, इस बार खुदा से कुछ अपने लिये मांग आये है
आपसे कितना इश्क है हमे
यह उन्हे बता आये है
आपसे इश्क करने की इजाजत
खुदा से मांग आये है
चोरी करना चाहा न था
पर चोरी कर आये है
हम खुदा के हाथ से
आपको चुरा आये है