घर जाने की खुशी , अपनो से मिलने की खुशी ,
वो आम के पेड़ पर लगे झूले पर झूलने की खुशी ,
एक ऐसी खुशी जो कीमती उपहारों से बढ़कर है ,
जो हर एक उस चीज से परे है जो हमें शहरों में मिलती है ,
एक सुकून भरी खुशी .......
©GAYATRI AHIRWAR (pakhi)
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