Happy Diwali
दरिया की माटी
मूरत बन जाती
दीया बन जाती
फिर उसको
विसर्जित करके
माटी को माटी में
मिलाई जाती है
हमें याद
दिलाई जाती है
हम माटी के
माटी हममें
कोई भेद न
तुममे हममें
©Ashraf Fani【असर】
दरिया की माटी
मूरत बन जाती
दीया बन जाती
फिर उसको
विसर्जित करके
माटी को माटी में
मिलाई जाती है