"In the memory of all the live we lost"
जाने कितने अपनो को खोया है हमने,
घावो को मिलकर ढोया है हमने,
इक वर्दी जो खून में भीगी पडी थी,
इक बच्ची अपनी माँ का थाम कर पल्लू सडक पर बेतहासा रोती मिली थी,
उस मंजर के आंसू को ढोया है हमने, जाने कितने अपनो को खोया है हमने,
©Ravi Dhangar
#26/11