"सितामगीरी के तरीके सिखए जाते है
हसीन खुद नहीं बनते बनते जाते है
उसने और हमारी मोहबब्त
में फर्क है इतना
यह रोज नए ख्वाब
वहां रोज नहीं यार बनाए जाते हैं
Birendra singh ❤️"
सितामगीरी के तरीके सिखए जाते है
हसीन खुद नहीं बनते बनते जाते है
उसने और हमारी मोहबब्त
में फर्क है इतना
यह रोज नए ख्वाब
वहां रोज नहीं यार बनाए जाते हैं
Birendra singh ❤️