मैं हूँ और साथ तेरी बिखरी हुई यादें हैं, क्या इसी | हिंदी Quotes

"मैं हूँ और साथ तेरी बिखरी हुई यादें हैं, क्या इसी चीज़ को कहते हैं गुज़ारा होना। वो मेरे बाद भी खुश होगा किसी और के साथ, मीठे चश्मों को कहाँ आता है खरा होना। ©Yash Krishniya"

 मैं हूँ और साथ तेरी बिखरी हुई यादें हैं,
क्या इसी चीज़ को कहते हैं गुज़ारा होना।
वो मेरे बाद भी खुश होगा किसी और के साथ,
मीठे चश्मों को कहाँ आता है खरा होना।

©Yash Krishniya

मैं हूँ और साथ तेरी बिखरी हुई यादें हैं, क्या इसी चीज़ को कहते हैं गुज़ारा होना। वो मेरे बाद भी खुश होगा किसी और के साथ, मीठे चश्मों को कहाँ आता है खरा होना। ©Yash Krishniya

#shaadi

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