चतुर्थ नवरात्रा (जय माता दी)....
रिद्धि-सिद्धि दात्री,अष्ट भुजा धारी, करती सिंह सवारी है,
मन्द-मन्द मुस्कान से ही रच दी जिसने सृष्टि सारी है।।
तेजस्विनी, रजत वर्णिका माँ "कूष्मांडा" सबसे न्यारी है,,
पल में झोली खुशियों से भर दे जो माँ ऐसी चमत्कारी है।।
©Satya Shastri HR.
#navratri माँ "कूष्मांडा"...