छक्के पंजे के चक्कर में,
कौड़ियों के भाव बिक न जाना कहीं,
बेहतर है कीमत अपनी भारी रखो।
हल्के में समझौता नहीं करना,
संघर्ष अपना जारी रखो।
सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें,
लोगों से ऐसे अपनी दूरी बनाए रखें।
सदियों से चली आ रही है झूठी रवायतें,
ऐसी रस्मों को अपने जूते की नोक पर रखें।
लोगों को मुंह पर मीठी बात करने की है आदत,
सच बोलने से पीछे न हटे, जुबान पर कड़वी दवाई रखें।
©नवनीत ठाकुर
#लड़ाई अपनी जारी रखें