White (गीता ४।१९)
{Bolo Ji Radhey Radhey}
'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत
कर्म बिना कामना और संकल्प
के होते हैं, तथा जिसके समस्त
कर्म ज्ञानरूप अग्नि के द्वारा
भस्म हो गये हैं, उस महापुरुष को
ज्ञानीजन भी पण्डित कहते हैं।'
©N S Yadav GoldMine
#Paris_Olympics_2024 (गीता ४।१९)
{Bolo Ji Radhey Radhey}
'जिसके सम्पूर्ण शास्त्र सम्मत
कर्म बिना कामना और संकल्प
के होते हैं, तथा जिसके समस्त
कर्म ज्ञानरूप अग्नि के द्वारा
भस्म हो गये हैं, उस महापुरुष को
ज्ञानीजन भी पण्डित कहते हैं।'