मधुर-मधुर, मुस्कान तुम्हारी, अंखियों की है, सारी क | हिंदी Poetry Vide

"मधुर-मधुर, मुस्कान तुम्हारी, अंखियों की है, सारी कारस्तानी, होंठ तुम्हारे, शहद से मीठे-मीठे, होश उड़ा देती है, सुर्ख गालों की लाली, मध्यम-मध्यम, चाल तुम्हारी, लचक कमर की है, सब पर भारी, तन की काया, चंचल-निर्मल, मन की चाहूँ तेरे, मैं हिस्सेदारी, सहर-सहर, करूँ याद तुम्हारी, तड़प-तड़प, बीते ये दोपहरी, अगर पूरा हो जाए, सपना-अपना, हर रात हो फिर मेरी, तुझसे निराली...."

मधुर-मधुर, मुस्कान तुम्हारी, अंखियों की है, सारी कारस्तानी, होंठ तुम्हारे, शहद से मीठे-मीठे, होश उड़ा देती है, सुर्ख गालों की लाली, मध्यम-मध्यम, चाल तुम्हारी, लचक कमर की है, सब पर भारी, तन की काया, चंचल-निर्मल, मन की चाहूँ तेरे, मैं हिस्सेदारी, सहर-सहर, करूँ याद तुम्हारी, तड़प-तड़प, बीते ये दोपहरी, अगर पूरा हो जाए, सपना-अपना, हर रात हो फिर मेरी, तुझसे निराली....

#Nostalgia
#My_inspirational_voice
#मधुर-मधुर, मुस्कान तुम्हारी,
अंखियों की है, सारी कारस्तानी,
होंठ तुम्हारे, शहद से मीठे-मीठे,
होश उड़ा देती है, सुर्ख गालों की लाली,

मध्यम-मध्यम, चाल तुम्हारी,

People who shared love close

More like this

Trending Topic