#merahaal#AazaadParinde इक परिंदा*कफस से आजादी में लगा हुआ है,वो हरसु अपनी*परवाज में लगा हुआ है//१*पिंजरा*उड़ान
वो*हवस से हटकर तेरी*उल्फत में लगा हुआ है,कोई है जो*नफ्स की नफरत में लगा हुआ है//२
*भूख*प्रेम*ख्वाहिशें
जिसके उलफ्ती साए से जो सिकंदर हुआ है,सच में वो खुदा की इबादत में*कलंदर लगा हुआ है//३*आराधना में तल्लीन
वो जो एक*शजर जन्नत में मेरे नाम का लगा हुआ है,बेशक*दुरूदे पाक की बरकत से लगा हुआ है//४