लिखना अगर शौक है तो फोटोग्राफी मेरी पहचान,
मेरे विचारों को करती व्यक्त मेरी लेखनी है,
तो मेरी रूचि मेरी फोटोग्राफी है,
देख प्रकृति को लिख देती अपने जज्बात,
तो कभी देख नजारो को कैद कर लेती आंखों में,
सच कहूं तो एक मेरी पहचान है एक मेरा वजूद।
©Pinki Khandelwal
कभी लेखन तो कभी चित्रकारी ....अब तो फोटोग्राफी में बढ़ने लगी रूचि है।