White नदियों सी मैं, और पहाड़ों से तुम,
मैं बहती रही, तुमने रोका नहीं,
मैं जाने लगी, तुमने टोका नहीं,
मैं झर झर झरी, तुमसे दूरी बढ़ी,
तुम अकड़ते खड़े के खड़े रह गए...
टकराती रही, खाइयों में गिरी,
शोर पर शोर भी मैं मचाती रही,
भटकती रही, दूर तुमसे हुई,
कष्ट सारे सहे, मैं मचलती रही,
तुम अकड़ते खड़े के खड़े रह गए..
©sony
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