कौन कहता है कि अधूरी मुहब्बत, मुकम्मल नहीं होती अर | हिंदी शायरी

"कौन कहता है कि अधूरी मुहब्बत, मुकम्मल नहीं होती अर्ज तो ये भी है पूनम,कि पहली मुहब्बत कभी , खत्म नहीं होती।। दिल के किसी कोने में सिमटे हुए हैं वो यादों के पन्ने अभी तब ही तो तुझे वेवफा कहना,या तेरी रूसबाईयां भी दिल को गवारा नहीं होती।।"

 कौन कहता है कि अधूरी मुहब्बत, मुकम्मल नहीं होती
अर्ज तो ये भी है पूनम,कि पहली मुहब्बत कभी , खत्म नहीं होती।।
दिल के किसी कोने में सिमटे हुए हैं वो यादों के पन्ने अभी तब ही तो
तुझे वेवफा कहना,या तेरी रूसबाईयां भी दिल को गवारा नहीं होती।।

कौन कहता है कि अधूरी मुहब्बत, मुकम्मल नहीं होती अर्ज तो ये भी है पूनम,कि पहली मुहब्बत कभी , खत्म नहीं होती।। दिल के किसी कोने में सिमटे हुए हैं वो यादों के पन्ने अभी तब ही तो तुझे वेवफा कहना,या तेरी रूसबाईयां भी दिल को गवारा नहीं होती।।

💓💓😍😍

#ShiningInDark

People who shared love close

More like this

Trending Topic