#FourLinePoetry आज-कल मैं तुम्हारा हमदर्द नहीं रहा | हिंदी कविता

"#FourLinePoetry आज-कल मैं तुम्हारा हमदर्द नहीं रहा बदली फ़िज़ा का मौसम सर्द नहीं रहा ऐसा क्या हो गया मुझको नहीं मालूम पर मेरा क़िरदार अब ख़ुदग़र्ज़ नहीं रहा ©Kirbadh"

 #FourLinePoetry आज-कल मैं तुम्हारा हमदर्द नहीं रहा
बदली फ़िज़ा का मौसम सर्द नहीं रहा
ऐसा क्या हो गया मुझको नहीं मालूम
पर मेरा क़िरदार अब ख़ुदग़र्ज़ नहीं रहा

©Kirbadh

#FourLinePoetry आज-कल मैं तुम्हारा हमदर्द नहीं रहा बदली फ़िज़ा का मौसम सर्द नहीं रहा ऐसा क्या हो गया मुझको नहीं मालूम पर मेरा क़िरदार अब ख़ुदग़र्ज़ नहीं रहा ©Kirbadh

#fourlinepoetry कविताएं कविता कोश

People who shared love close

More like this

Trending Topic