जीतकर हार सकते हो तो चलो
नदियाँ पार कर सकते हो तो चलो
जमाना आग लगाएगा मुझे सोना बनाने के लिए
मेरे साथ जल सकते हो तो चलो
कांटे भी होंगे, खंजर भी होंगे
छोड़कर हाथ चल सकते हो तो चलो
लोग हस्ते है मेरे बदन के कपड़ो को देखकर
नुमाइस आज कर सकते हो तो चलो
चोटे भी आएगी और मरहम भी लगेगा
मिलाकर आँख हस सकते हो तो चलो
मिलेंगे राह में मुसाफिर हमसे भी बेहतर तुम्हे
सब छोड़ मेरा इंतजार कर सकते हो तो चलो....
©Akhilesh Rathour Lucknowi
#IndianAirforceday