देखूं तुझे बस देखते ही जाऊं
दिल कहे एक बार पास बुलाऊं
वो बचपन का गुज़रा ज़माना
तुझे सताना और खुद रूठ जाना
फिर भी हर दफा मनाया तूने था
अब तू रूठ गई है ऐसे, कैसे मनाऊं
दिल कहे बस एक बार पास बुलाऊं
हंसना रोना सब तुझसे था
सोना जागना सब तुझसे था
नींद बहुत है अब इन आंखों में
गोद नहीं तेरी, कैसे खुद को सुलाऊं
दिल कहे बस एक बार पास बुलाऊं
वक़्त का कांटा चल रहा है
हर पल रफ़्तार में बढ़ रहा है
शोर बहुत अब होने लगा है
आह अपनी तुझे कैसे सुनाऊं
दिल कहे बस एक बार पास बुलाऊं
साथ हमारा लिखा लंबा बहुत था
क्यों एक दिन रूठा खुदा बहुत था
आंखों से अश्क़ बहते नहीं हैं अब
रोना दिल का तुझे कैसे दिखलाऊं
दिल कहे बस एक बार पास बुलाऊं
देखूं तुझे बस देखते ही जाऊं
दिल कहे एक बार पास बुलाऊं
#Nojotovoice