यह हल्की हल्की बारिश की बूंदे धरती से मिलने आती है
धरा के रंग मे घुलकर इनमें ही समा जाती है
पेड़ -पौधे वनस्पतियां को नया रूप दे जाती है
यह नन्ही नन्ही सी बुंदे धरती से मिलने आती है
किसी पर आवाज बनकर , किसी पर खामोशी से बरस जाती हैं
मिट्टी मे घुलकर एक सौंधी खुशबू छोड जाती है
यह हल्की हल्की नन्ही सी बूंदे धरती से मिलने आती है
©Poetry of Mine
#rainfall