मेरे फ़ोन की रिंगटोन अब बदलकर "पहला नशा पहला खुमार" हो गयी थी ख्वाबो की गलियो मे आज दिदार यू मूड
गया ? गलतिया बहूत छोटी थी मूक्म्मल नही कर पाए! फरेब ,झूठी ,खूमार, नकाबो मे बदल गए !
आस के मोती बेखोफ कर गए ,
समंदर की लहरे तूफान मे तबदील हो गइ बेखोफ मोहोब्बत से नफरत हो गइ!
रिश्तो के दरमिया कूछ यू उलझे थे
कि फरक नाचिशो ने पाल रखे थे।।।।।.
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