वंचित है स्वयं
कदाचित् इसीलिए हीन भावना दिखा रहे हैं
जिस वेदना को सबने
सहा,समझा और महसूस किया
उसी को पुन:दोहरा रहे हैं
निज परिस्थिति में आकर हम भी
लोगों सा रवैया अपना रहे हैं
जिसका स्थान देवों ने भी सर्वश्रेष्ठ रखा
उस प्रेम के रिश्ते को हम कुत्सित कह कर ठुकरा रहे हैं
- पूजा ♡
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©ll जीवन प्रभा ll