"कुछ बातें.....
मैं दूर कही, था चला
यूं सिलसिला सा
कुछ बातों का लेके!
जानना था चाहता
क्यों दूर से हो चले
अपनी दुनिया से हम दोनो!!
थी कुछ बातें हम दोनो की
फिर कहा गई वो कुछ बातें!
अब दूर कही जा निकला हूं
कुछ झूठी बातों के किस्सों में!!
यूं कभी देर सवेरे तुम आकार
ले चलो मुझे अपनी कुछ बातों में !
मैं अब भी हूं बस उन्ही यादों में
जिन यादों में थी तुम अक्सर!!
अंदाज_छवि "