White एक रिश्ता दोस्ती का।
जो होता है बेफिक्री सा।।
जहाँ जिद्द नही होती है रिश्तो मे।
होता है सिर्फ प्यार और विश्वास।।
जहा ढोल नहीं बजते मुलाकातों मे।
होती है खनक और एक मीठी सी आश।।
वो रिश्ता खुद ब खुद चमकता है।
फिर चाहे वो धरती हो या आकाश।।
वो रिश्ता फूलों सा महकता है।
होता है प्यार भरा एक मिठा सा एहसास।।
वो रिश्ता बन जाता है खुद ब खुद खास।
और भर जाता है जीवन में एक मिठास।।
जो जरूरत पड़ने पर हर पल होता है साथ।
फ़िसलते हुए कदमो को थाम लेते है उसके हाथ।।
वो जो रुलाता नही है ।
जो होता है स्वार्थ से परे।।
वो रिश्ता जो सताता नहीं है।
ना होता है,किसी के आसरे।।
©chahat
एक रिश्ता