कभी कभी सोचती हूं
ना जाने क्या बात है तुममें
कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है
तुम्हे देख कर सुकून मिलता है
यह बात तो समझ आती है
किंतु तुझे सोचना भी इतना सुकून कैसे दे जाता है
तुमसे दूर होकर भी
तुम जितना करीब मेरे और कोई नही
सोचती हूं कभी कभी की
तुम्हारा नाम सुकून ही होना चाहिए था
यकीन नही होता मेरी किस्मत पर
की खुदा ने तुम्हे लिखा है
कम वक्त के लिए ही सही मगर
छड़ भर के लिए तुम्हारा मेरे करीब होना और
जीवन भर के लिए
तुम्हारे प्रेम का मेरे हृदय में ठहर जाना
यह किसी ख्वाब जैसा ही है
इस जीवन में हम रहे ना रहे किंतु
हमारा प्रेम रह जायेगा जन्मों के लिए।
©Smita
#dhoop 💞💞