ये बिखरी बिखरी जुल्फें ये रेशम सी अदाए ये सुर्ख | हिंदी Life
"ये बिखरी बिखरी जुल्फें
ये रेशम सी अदाए ये
सुर्ख गुलाबी होट और
ये कातिलाना निगाहें
ये दबी दबी मुस्कहराहट
और चेहरे पे ये खूबसूरती
का निखार ना जाने कितने
दिलो पे ढहाती है ये क़यामत
की बरसात"
ये बिखरी बिखरी जुल्फें
ये रेशम सी अदाए ये
सुर्ख गुलाबी होट और
ये कातिलाना निगाहें
ये दबी दबी मुस्कहराहट
और चेहरे पे ये खूबसूरती
का निखार ना जाने कितने
दिलो पे ढहाती है ये क़यामत
की बरसात