ना वक़्त की पाबंदी है ना आसमान की उचाई, पैर भी नंग
"ना वक़्त की पाबंदी है ना आसमान की उचाई,
पैर भी नंगे है फिर भी छलांग लगाई,
अभी खाली हाथ से देख रहे है सपने हज़ार,
ये भी पूरे होंगे एक दिन अगर तू साथ होगा मेरे भाई।❤️"
ना वक़्त की पाबंदी है ना आसमान की उचाई,
पैर भी नंगे है फिर भी छलांग लगाई,
अभी खाली हाथ से देख रहे है सपने हज़ार,
ये भी पूरे होंगे एक दिन अगर तू साथ होगा मेरे भाई।❤️