१
पर्दा तो ओ लोग रोक लें तैं
झूट को बचाने के लिए जो आऐ
सच कि गूंज झूट को कभी टीक न देता है
पर्दा तो तभी नही रह ता है
झूट जब सच के सामने पर्दा न रख ता है
तभी सच के आग झूट पर्दा नहीं रख ता है।
२
पति के सामने किया गई भूल को
पर्दा ना रख हुई बताए सच किया है।
३
अंतर मैं रखती सच को कभी भी पर्दा न रख
दिए गय बच्चन
पालन करता हुई कार्य के बिच पर्दा ना रख।
©Niranjan Mahapatra