खामोशी ही बेहतर है साहब, लफ़्ज़ों का तो लोग बुरा म | हिंदी Love

"खामोशी ही बेहतर है साहब, लफ़्ज़ों का तो लोग बुरा मान जाते हैं। ©Sonu Pathriya"

 खामोशी ही बेहतर है साहब,
लफ़्ज़ों का तो लोग बुरा मान जाते हैं।

©Sonu Pathriya

खामोशी ही बेहतर है साहब, लफ़्ज़ों का तो लोग बुरा मान जाते हैं। ©Sonu Pathriya

#happyteddyday

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