साँझ ढलने तक
जो इश्क़ साथ रहता है
वो इश्क़ भी न,
कमाल का होता है।।
न रहती उसमे बेसब्री
न रहती कोई बेकरारी
बस इश्क़ होता है
इक ठहराव सा रहता है ,
वो इश्क़ भी न
कमाल का होता है ।।
न ख्वाबों का कारवां
न चाहतों का पुलिंदा
संग यादों का रहता सहारा
हर मौसम का एहसास होता है
वो इश्क़ भी न
कमाल का होता है ।।
न आवारगी, न दीवानगी
न रूठने मनाने का डर होता है
न शर्ते न शिकायतें
बस थोड़ा सा मिठा तकरार होता है
वो इश्क़ भी न
कमाल का होता है
साँझ ढलने तक
जो साथ रहता है ।।
©Aditya kumar prasad
वो इश्क़ भी न,
कमाल का होता है।
#Like #commant
#repost #Gift
#Nojoto
tahmeena khatoon Lalit Saxena Sethi Ji R Ojha Anshu writer F M POETRY Abdul Wahab Shaikh rahul_x_munna poetic hush Deep Sharma SHAYAR (RK) NIKHAT الفاظ جو دل کو چھو لے writer Cs Thakur संजय सिंह भदौरिया दुर्लभ "दर्शन" Sk Manjur Praveen Jain "पल्लव" Harjinder Singh Asr बाबा ब्राऊनबियर्ड Noor Hindustanai Divya Thakur Ankit Gupta Pushpa Giri चाँदनी Sharma_N Dayal "दीप, Goswami.. SHWETA DAYAL SRIVASTAVA Rimjhim ख्वाब..... ख्वाईश सिंह..... खामोशी और दस्तक Mahi Kavya Shweta Srivastava Gargi Rajeev Gupta Bhoj_puriyababa Ayushi Agrawal @Vijay Besharm @Satya Sudha Tripathi @ram singh yadav