White आज़ादी आसान नहीं थी कुर्बानियां दी थी उन्होंने
क्यों इसको सस्ता समझ गुलामी से मुक्त नहीं हो
सोच लालच स्वार्थ संकीर्णता वासना के गुलाम हो
आज भी भ्रष्टाचार भरा है इस देश के कोने कोने
खुद की स्वार्थपूर्ति से क्या पाओगे आखिर
काल की भेंट चढ़ जायेंगे हो अमीर या फकीर
कैसे उनसे नज़र मिलाओगे सर्वस्व लुटाया जिन्होंने ।।
©NC
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