मेरे इज़हार-ए-मोहब्बत पर, उसकी जाने क्या हालत होग | हिंदी शायरी
"मेरे इज़हार-ए-मोहब्बत पर,
उसकी जाने क्या हालत होगी,
नाराज हुई होगी मुझपर,
या मन्द-मन्द मुस्काई होगी।
ये रात सोचते गुजरेगी,
क्या नींद उसे भी आई होगी..
-Sanju"
मेरे इज़हार-ए-मोहब्बत पर,
उसकी जाने क्या हालत होगी,
नाराज हुई होगी मुझपर,
या मन्द-मन्द मुस्काई होगी।
ये रात सोचते गुजरेगी,
क्या नींद उसे भी आई होगी..
-Sanju