दोस्ती
एक नया अहसास है तेरे साथ में ,एक ख्याल है तेरे साथ में,
कुछ खोने का नहीं बस हरदम पाने का अहसास है तेरे साथ में, नसीब था मेरा जो वीराने जीवन में एक फूल खिला तेरे आने से,
तू मिला खुशी मिली ,सब कुछ मिला बस तेरे खिलखिलाने से ,
तू केवल दोस्त ही नहीं है मेरे लिए ,इस जमाने में,
सब छूट जाएगा सब खत्म हो जाएगा मेरा, तेरे रूठ जाने से ।
मेरे पास तुझे देने को कुछ नहीं है पर प्यार देना चाहता हूं,
यार कोई गलती हो जाए मुझ से तो अभी सॉरी कहना चाहता हूं।तुझे मिले जमाने भर की खुशियां ये दुआ रब से चाहता हूं
तेरे जीवन का हर गम अपने लिए रब से चाहता हूं
तू यार है ,दिलदार है तू ही मेरा गधा और मेरी बकरी है,
मेरी हर सांस बस तेरी दोस्ती पर जाकर अटकी है।
©जय प्रेम सोनी