क्या ज़िक्र करू उस बेवफा का जो अपनी वफाये हर रोज बदलती है, कैसे कह दूँ कोई ठिकाना है उस हवा का जो अपनी दिशाएं हर रोज बदलती हैं... #Vipinkumar #vipinkumar Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto