White पुरुष कभी भी खूबसूरत ना बन सके।
पुरष गरीब या फिर अमीर ही बन सके।
बैल की तरह उम्र गुजारे अपनो के लिए,
आखिर सब कहे मेरे लिए क्या कर सके।
आंसुओ को पोछेके गममें खुशी देता है,
कोई आंसु ना देखे,मरहम ना कोई बन सके।
©Brsolanki
#sad_shayari 'दर्द भरी शायरी'