हाँ उसी मोहब्बत से फ़िर से गुनगुना है।
ये ग़ज़ल पुरानी है,गीत भी पुराना है।
बात वात ना हो तो,साथ छूट जाते हैं।
यार, ये हमे अपने यार को बताना है।
आ रहा है वो मिलने,कितने काम बाकी हैं।
आइना भी क्या देखूं, घर भी तो सजाना है।
पूछ के भी क्या होगा,देर क्यों हुई उसको।
झूँठ तो पुराना है बस नया बहाना है।
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©Virat Mishra
#RaysOfHope