इस हिसाब से तो
ये दुनिया स्त्रीमुक्त हो जाएगी
जहां छोटी-छोटी बच्चियों की योनी वयस्क
होने से पहले ही तार-तार कर दी जाती है.
जहां छाती में दूध आने से पहले ही उसे
दरिदों द्वारा नोंच लिया जाता है.
जहां मां, बहन, भाभी हर एक के बदन को सिर्फ और सिर्फ शारीरिक अनुभूति की सीढ़ी समझा जाता है.
अगर अब भी इसे सुधारा नहीं गया तो
ये दुनिया सच में स्त्रीमुक्त हो जाएगी.
©priyanka yadav
#Parchhai