न जाने क्यों अभी सोचती हूं
कि वह लोग जो चले गए मुझे अपना बना कर मेरे इस दिल को सता कर आज भी खड़ी हूं उसी मोड़ पर मैं उनके इंतजार में शायद कि वह आएंगे और मुझे अपना बनाएंगे फिर कभी-कभी सोचती हूं क्या करूं उन्होंने मुझे अपना माना होता अपना समझा होता तो वह क्यों जाते मुझे यह इस तरह तन्हा अकेले छोड़कर इन सूनी राहों में जिंदगी के झंझावातों में
©Saba Singh
#Saba love.