मैं कैसे कहूँ तुम से मुझे कितना प्यार है।
ये दिल तो तेरा था ही या जाँ भी निसार है।।
तारो की तरह जागते रहते हैं रात में
दिल खोया खोया रहता तेरी ही तलाश में
अब पास आजा मेरे छाया ख़ुमार है।।
मैं कैसे...............
~Fahad Ansari
By-Fahad Ansari (Fahad paintepuri)