White जिस प्रकार समुद्र के उपर उड़ते
पक्षी के लिए समुद्र की लहरो पर
तैरते जहाज का ही सहारा होता है,
क्योंकि चारो ओर समुद्र होता है,
उसे कही कोई ठिकाना नहीं
मिलता तो आकर
फिर उसी जहाज पर बैठ जाता है,
उसी प्रकार काल पुरुष के इस संसार में
जीव का सद्गुरु के अलावा अन्य कोई सहारा नहीं है, अर्थात् सद्गुरु ही इस भवसागर में जीवन के एकमात्र सहारा हैं ll
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🌹🌹सद्गुरुवे नम:🌹🌹
©Virendra Kumar
साहेब