तेरी मोहब्बत की याद
हम दोनों का प्यार काफी दिन तक चलता रहा इतना प्यार कि दूसरे के बिना जीना मरना एक दूसरे के बिना रहना एक दूसरे से बिना बात किए रहना बहुत मुश्किल हो गया था कहा जाता है कि प्यार ईश्वर का दिया हुआ वरदान है लेकिन यह भी है कि प्यार एक अभिशाप भी है कभी-कभी प्यार एक आशीर्वाद बन जाता है लेकिन कभी-कभी प्यार वही अभिशाप बन जाता है हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं इतना खुश हैं कि हम दोनों एक दूसरे के लिए जिंदगी बन कहते हैं वह इंसान इतना अच्छा था कि उसकी जितनी मैं पढ़ाई करूं उतना कम है वह मेरे लिए एक लड़का नहीं भगवान से भी बढ़कर के वह मेरे लिए है क्योंकि मेरा अतीत जानते हुए भी वह लड़का हमें अपनाया क्योंकि हमारे जिंदगी में ऐसी घटना घट गई थी जिसे जानने के बाद कोई भी इंसान हमें नहीं अपना था लेकिन ऐसा लड़का था मेरी अतीत जान लेने के बाद भी हमारे साथ हर पल हर वक्त हमारे साथ खड़ा रहा यहां तक की स्थिति में से निकालने के लिए मुसीबत घड़ी से निकालने के लिए वह हमारे साथ हमेशा खड़ा रहा मेरे परिवार वालों ने हमारा साथ छोड़ दिया सब कुछ साथ छोड़ दिया सब कोई हमें भला बुरा बोलने लगा लेकिन फिर भी वह लड़का हमारे साथ हमेशा हर वक्त खड़ा रहा और कुछ छत का करिश्मा देखिए हमारा करीब प्यार था 10 साल तक चलते रहा लेकिन फिर भी हम दोनों एक दूसरे से अलग हो गया यह करिश्मा का खेल है हम दोनों में कोई ऐसा गलत रिलेशनशिप नहीं था बस दिल का रिश्ता था जिससे हम दोनों बहुत एक्सरे को रिस्पेक्ट करते थे आदर करते थे और एक दूसरे की हर दुख सुख में मदद करते थे बहुत अच्छा इंसान था लेकिन एक दिन हमारे घर में ऐसी स्थिति आई हमें उसे छोड़कर किसी और से शादी करना पड़ा लेकिन मैं उससे आज अलग तो हो गई हूं फिर भी मैं उसकी याद में दिन रात रोती रहती हूं तड़पती रहती हूं यह सोचती हूं कि काश वह मेरी जिंदगी में आ जाता फिर से और मैं कुछ दिनों के बाद मैं उससे बात की तू मेरे लिए तड़प तड़प कर रोने लगा उसके मुंह से आवाज नहीं निकली उसकी आवाज सुनकर के मुझे भी रोना आ गया और अपने जिंदगी में यह बोल दिया कि मैं अब तुम्हारे सिवा किसी और के साथ रिलेशन नहीं बनाऊंगी और ना ही मैं किसी और से शादी करूंगा यह बात सुनकर कि मुझे बहुत दुख हुआ बहुत दुख हुआ इतना दुख हुआ कि मैं बता नहीं सकती हूं दिन-रात भगवान से दुआ करती हूं कि भगवान उसकी भी जिंदगी बना दीजिए हमारे घर वाले शादी इसलिए उससे नहीं किया क्योंकि उसके एक स्टूडेंट पढ़ाई कर रहा था भाग्य उसका साथ नहीं दे रहा था जॉब के लिए बहुत टाइट या 12 नंबर के लिए हो छठ जाया करता था लेकिन फिर भी मैं उसके साथ है हमेशा खड़ी रही अपनी जिंदगी बनाने के लिए लेकिन घर वाले हमारी बात एक नहीं सुनी और हमारी शादी जबरदस्ती किसी और घर में करती है हमारी शादी किसी और में तो हो गई बड़ा घर में शादी तो हो गई लेकिन मेरे घर में सुखी नहीं हूं उसके जैसा प्यार करने वाला दुनिया में कोई नहीं मिल सकता है अब मैं अपनी वाणी को विराम करती हूं और फिर दूसरा पेज पढ़ने के लिए मैं फिर से देखूंगी तब तक
©Dakshi Raj
तेरी याद की तड़प