दिल की रोशनी से रोसन था घर मेरा
प्यार के मौसम में महका था मन मेरा
होले होले जब बरसते थे बदल
धक-धक धक-धक धड़कता था दिल मेरा
©Divyanshi singh ruhiva
दिल की रोशनी
से रोसन था घर मेरा
प्यार के मौसम में
महका था मन मेरा
होले होले जब
बरसते थे बदल
धक-धक धक-धक
धड़कता था दिल मेरा