आग सीनें में सुलग कर है सताती। आँख से नींदें चुरा कर भ्रम बढ़ाती। चैन मिल पाता कहाँ है ज़िंदगी भर- काम-काजी लड़कियाँ घर कब बसाती? ©Rajan Singh #Winter Adil Khan kayamkhani Abdullah Qureshi Nasim Nazmi "Shayar" sad boy Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto