मुझे तैरने दे या फिर बहना सिखा दे,
अपनी रजा में अब तू रहना सिखा दे,
मुझे शिकवा न हो कभी भी किसी से,
मुझे सुःख और दुःख के पार जीना सिखा दे ।
©shivam singh
मुझे तैरने दे या फिर बहना सिखा दे,
अपनी रजा में अब तू रहना सिखा दे,
मुझे शिकवा न हो कभी भी किसी से,
मुझे सुःख और दुःख के पार जीना सिखा दे ।