पलके उठाकर जब जब तुझे देखती हूं, सच कहूं मैं तुझमे | हिंदी Poetry

"पलके उठाकर जब जब तुझे देखती हूं, सच कहूं मैं तुझमें ही खो जाती हू। न होश रहता है दुनिया का, न खबर रहती है खुद की। बस हर जगह सिर्फ तू ही नज़र आता है। ©Heer"

 पलके उठाकर जब जब तुझे देखती हूं,
सच कहूं मैं तुझमें ही खो जाती हू। 

न होश रहता है दुनिया का,
न खबर रहती है खुद की। 

बस हर जगह सिर्फ तू ही नज़र आता है।

©Heer

पलके उठाकर जब जब तुझे देखती हूं, सच कहूं मैं तुझमें ही खो जाती हू। न होश रहता है दुनिया का, न खबर रहती है खुद की। बस हर जगह सिर्फ तू ही नज़र आता है। ©Heer

Ankhe

People who shared love close

More like this

Trending Topic