बस यूं समझ लो
बहुत मसरूफ़ रही जिंदगी फुरसत के लम्हो में भी खुद से मुलाकात को कतराती रही जिंदगी साथ अपनो के बीच भी अजनबी सी फिरती रही जिंदगी फरेबी हँसी चेहरे पर लिये कितने दर्द छिपाती रही जिंदगी रोज एक नए रूप के साथ किरदार कई निभाती रही जिंदगी ॥
©Pratibha Chauhan
#feelings