मुट्ठी मे भरी रेत मुझसे सम्भलती भी नहीं की आज फ़ासले 2 जख के हे में क्या कहु मतलब की आशिक़ी सम्भल्ती भी नहीं! गौतम #SandInHand Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto