इश्क़ और चर्चा जानते हो सब फिर भी अंजान बनते हो, इस
"इश्क़ और चर्चा जानते हो सब फिर भी अंजान बनते हो,
इस तरह क्यों हमें परेशान करते हो,
पूछते हो तुम्हें क्या-क्या पंसद है,
जवाब खुद हो फिर भी सवाल करते हो! 💕"
इश्क़ और चर्चा जानते हो सब फिर भी अंजान बनते हो,
इस तरह क्यों हमें परेशान करते हो,
पूछते हो तुम्हें क्या-क्या पंसद है,
जवाब खुद हो फिर भी सवाल करते हो! 💕