बरस जा तू ईन हवाओ के संग
तेरी बारिश मे भीग जाऊ मैं
सजदा तो तेरा हर रोज करू मैं
तुझसे मिलने की ख्वाहिश बहुत है
ख्वाबों के दरिया मे डूब रहा मैं
इस सफर का किनारा बता तू कहा है
मुक्कमल जो इश्क मेरा था
वो तेरे दर पे क्यु रो रहा है....
©Karanjeet Sawariyan
बारिश
#MumbaiRains