White नित्य पूरब में निकलना नित्य पश्चिम डूबना । | हिंदी कविता

"White नित्य पूरब में निकलना नित्य पश्चिम डूबना । भूलता सूरज भला कब एक पथ पर घूमना ॥ प्रेरणा से ईश के यदि कार्य निर्धारित हुआ । हे'किशन'निज कर्म से कितना उचित है ऊबना ॥ जय श्री कृष्ण कृष्ण कुमार मिश्र 'किशन ' खरचौला , बाँसी - सिद्धार्थनगर । ©krishna"

 White  नित्य पूरब में निकलना नित्य पश्चिम डूबना ।
भूलता सूरज भला कब एक पथ पर घूमना ॥
प्रेरणा  से ईश के यदि कार्य निर्धारित हुआ ।
हे'किशन'निज कर्म से कितना उचित है ऊबना ॥
जय श्री कृष्ण
कृष्ण कुमार मिश्र 'किशन '
खरचौला , बाँसी - सिद्धार्थनगर ।

©krishna

White नित्य पूरब में निकलना नित्य पश्चिम डूबना । भूलता सूरज भला कब एक पथ पर घूमना ॥ प्रेरणा से ईश के यदि कार्य निर्धारित हुआ । हे'किशन'निज कर्म से कितना उचित है ऊबना ॥ जय श्री कृष्ण कृष्ण कुमार मिश्र 'किशन ' खरचौला , बाँसी - सिद्धार्थनगर । ©krishna

#sad_quotes

People who shared love close

More like this

Trending Topic