White दोहा :-
बनो प्रचारक हिंद के , हिंदी में दो ज्ञान ।
मिल जायेगा एक दिन , ऊँचा तुमको स्थान ।।
हिंदी भाषा से यहाँ , जो भी हुआ प्रवीण ।
आज उसे संसार में , मानो तुम उत्तीर्ण ।।
बनकर शिक्षक शिष्य को , दिखलाते जो राह ।
ऐसे गुरुवर की शरण , मिले शिष्य की चाह ।।
हिंदी भाषा का सदा , करते हैं गुणगान ।
इससे ही अब हो रही, अपनी भी पहचान ।।
मिला हमें गुरुदेव का , जबसे आशीर्वाद ।
छन्द ग़ज़ल दोनों रचे , सब देते हैं दाद ।।
हिंदी में ही राम का , वृक्ष करे गुणगान ।
निकट अयोध्या देख लो , जाकर तुम अब स्थान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर
©MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :-
बनो प्रचारक हिंद के , हिंदी में दो ज्ञान ।
मिल जायेगा एक दिन , ऊँचा तुमको स्थान ।।
हिंदी भाषा से यहाँ , जो भी हुआ प्रवीण ।
आज उसे संसार में , मानो तुम उत्तीर्ण ।।