अपने प्यार का इत्र घोलकर भेज रहा हूं हवाओं को तेरे | हिंदी Shayari
"अपने प्यार का इत्र घोलकर भेज रहा हूं
हवाओं को तेरे छत पर तुम थोड़ा इनके
साथ भी झूम लेना
और आज रखने वाला हूं फूल गुलाब का
तेरी खिड़की पर तु बस उसे चूम लेना ....!!"
अपने प्यार का इत्र घोलकर भेज रहा हूं
हवाओं को तेरे छत पर तुम थोड़ा इनके
साथ भी झूम लेना
और आज रखने वाला हूं फूल गुलाब का
तेरी खिड़की पर तु बस उसे चूम लेना ....!!